वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-
गोरखपुर- आग का कहर जारी है। गुरुवार को पीपीगंज के जंगल कौड़िया, गोला व सहजनवां के विभिन्न गांवों में लगी आग से 45 एकड़ गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। तेज पछुआ हवा के चलते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था। लोगों ने मशक्कत कर आग पर काबू पाया।
सहजनवां के नगर पंचायत घघसरा में गुरुवार की सुबह आग लगने से वार्ड संख्या चार दीनदयाल नगर के बिसरी व रामडीह तोरनी के सिवान में 32 एकड़ गेहूं की फसल जल गई। आग लगने की सूचना पर पहुंचे लोग ट्रैक्टर से गेहूं की खड़ी फसल जाेतने लगे, जिससे कि आग फैलने न पाए।
सूचना पर पहुंची दमकल की गाड़ी ने लोगों से सहयोग से आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक चंद्रमौलि त्रिपाठी, हरेराम, चंद्र नारायण त्रिपाठी, शंभू त्रिपाठी, अनिरुद्ध, विश्राम, राजेश, चंद्रशेखर, अमरनाथ, रविंद्र मिश्रा, संजय तिवारी, ब्रह्मदेव मिश्रा, ब्रह्मदेव तिवारी, कैलाश तिवारी ,भोला तिवारी, राधे मिश्रा, अमर मिश्रा, हनुमान यादव, रामानंद यादव, दुर्विजय सिंह, राकेश सिंह, रामकवल सिंह, अंगिरा देवी, कृपा शंकर, बेचन, कमलेश आदि की फसल जल गई है। लेखपाल ने पीड़ित किसानों की मदद की बात कही है।
गोला तहसील के जानीपुर क्षेत्र के केश्वपार गांव में गुरुवार की अपराह्न सवा दो बजे गांव के बच्चों द्वारा डंठल जलाकर खेत में खेल मैदान बनाया जा रहा था। इसी दौरान आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और देखते ही देखते आठ एकड़ खेत की फसल व डंठल जल गया। फायर बिग्रेड की गाड़ी मौके पर पहुंचती तब तक ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया था।
जंगल कौड़िया क्षेत्र के नयागांव और रसूलपुर चकिया के सिवान में लगी आग।
सहजनवां के भीटी रावत के कसरवल में गुरुवार की शाम चार बजे अज्ञात कारण से राजकुमार यादव, सरफुद्दीन, समसुद्दीन व जुल्फिकार के खेत में आग लग गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना दमकल विभाग को दी। उसके पहुंचने से पहले ही गांव के लोगों ने आग बुझा लिया, लेकिन तीन एकड़ फसल जलकर राख हो गई। हल्का लेखपाल अमरेंद्र यादव ने बताया कि मौके पर गया था। नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर तहसीलदार को दे दी गई है।
जंगल कौड़िया के रसूलपुर चकिया के सिवान में गुरुवार दोपहर एक बजे दीपक गुप्ता के गेहूं के खेत में आग लग गई। धुआं उठता देख पास के परम ज्योति इंटर कालेज शिक्षक व कर्मचारी मौके पर पहुंच आग बुझाने लगे। प्रधानाचार्य ने पुलिस व फायर ब्रिगेड को सूचना दी।
ग्रामीणों के पहुंचने से पहले ही पुलिस पहुंच गई। सभी ने मिलकर आग पर काबू पा लिया, लेकिन तब तक आधा एकड़ फसल जल गई थी। गांव के लोगों का कहना है कि शिक्षक व पुलिस के लोगों ने मेहनत नहीं की होती तो रसूलपुर चकिया, नयागांव व डाढ़ाडीह गांव के खेत जल गए होते। जहां आग लगी, वहां एक माचिस की डिब्बी पड़ी थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी ने लगाई थी।